क्या करता खुश होकर उसके पास जाने को सोच कर पिंजरे में उसकी पंख फंस गया। क्या करता खुश होकर उसके पास जाने को सोच कर पिंजरे में उसकी पंख फंस गया।
थोड़ी देर चलने के बाद बारात अपने गंतव्य तक पहुँच चुकी थी। बारात का ज़ोरदार स्वागत किया गया। थोड़ी देर चलने के बाद बारात अपने गंतव्य तक पहुँच चुकी थी। बारात का ज़ोरदार स्वागत...
भगवान पर हमेशा विश्वास बनायें रखें क्योंकि हमारा विश्वास ही हमें उनसे जोड़ता है। भगवान पर हमेशा विश्वास बनायें रखें क्योंकि हमारा विश्वास ही हमें उनसे जोड़ता है।
आज का समाज यदि कल के साहित्य का नियमक है तो कल का साहित्य आज के समाज के रूप का। आज का समाज यदि कल के साहित्य का नियमक है तो कल का साहित्य आज के समाज के रूप का।
भगवान श्रद्धा और विश्वास देखते हैं भगवान श्रद्धा और विश्वास देखते हैं
अब ये अपने आप पर निर्भर करता है कि हम या आप खुद पर कितना विश्वास करते हैं। अब ये अपने आप पर निर्भर करता है कि हम या आप खुद पर कितना विश्वास करते हैं।